मेडिकल में दाखिला नहीं हुआ तो अपनाई शिक्षा की राह
न्यूज एजेंसी
कुरुक्षेत्र । सुनीता कपूर चिकित्सक बनकर लोगों की जिंदगी बचाना चाहती थीं, मगर मेडिकल में दाखिला नहीं मिला तो उन्होंने शिक्षिका बनने का लक्ष्य निर्धारित किया और आज वह बच्चों में अच्छे संस्कार भरकर उनकी जिंदगी महकाने का काम कर रही है।
चार मास्टर डिग्री के साथ जिले की पहली पर्वतारोही भी हैं शिक्षिका सुनीता कपूर
धीमान समाज की शान है सुनीता कपूर
शिक्षक दिवस पर शाहाबाद की सुनीता कपूर को राज्य शिक्षक अवार्ड से सम्मानित किया गया।
सुनीता कपूर ने बताया कि बच्चों को छात्र जीवन काल में ही अपने लक्ष्य को निर्धारित करना चाहिए। फिर इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी मेहनत से काम पर जुट जाना चाहिए। कोई भी लक्ष्य व्यक्ति के संकल्प से बड़ा नहीं होता है।
आचार्य सुनीता कपूर के पास चार मास्टर डिग्री होने साथ जिला कुरुक्षेत्र की पहली पर्वतारोही महिला शिक्षक होने का गौरव भी प्राप्त है। साल 2017 में उन्होंने मनाली के माउंट फ्रेंडशिप पर्वत जिसकी ऊंचाई 5289 मीटर है, को फतेह किया था।
सोनीपत के हिंदू स्कूल से 10वीं करने के बाद वे मेडिकल में दाखिला लेना थी, मगर दाखिले की तारीख निकल चुकी थी। तब उन्होंने समय खराब न करते हुए प्रभारक की और उसके बाद आचार्य की डिग्री हासिल की।
सुनीता कपूर ने बताया कि चिकित्सक न बनने का उन्हें कोई मलाल नहीं है, क्योंकि वे बच्चों के जीवन में संस्कार भरने की का काम कर रही हैं।