श्री शुभ वेला पंचांग का लोकार्पण एवं ज्योतिषीय संगोष्ठी
आज दिनांक 28.10.22 को ग्राम सामलिया मॉडर्न स्कूल के हॉल में श्री शुभ वेला पंचांग 2023 के 21वे अंक का लोकार्पण एवं ज्योतिष संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया। रिपोर्ट - पूज्य संत श्री जगदीश जी महाराज
जिसमें जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वकर्मा कथा मर्मज्ञ पूज्य संत श्री जगदीश जी महाराज उज्जैन वाले, अध्यक्षता श्री रमेश चंद्र भट्ट भिलुडा विशिष्ट अतिथि महंत श्री छोटीलाल महाराज मथुरा अन्य अतिथियों में लेखक एवम् इतिहासकार घनश्याम सिंह भाटी गढ़ी, तुलसीराम व्यास वांदरवेड, देवशंकर सुथार सागवाड़ा , देवीलाल पंड्या सामलिया रहें।
पंचांग के संपादक श्री राजेंद्र कुमार पंचाल के अनुसार शुभ वेला का अनवरत वागड़ से प्रकाशित होने वाला 21वां अंक है । वागड़ में प्रकाशित होने वाले इस पंचांग का उपयोग राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों में भी उपयोग में लिया जाता है , इस पंचांग में विविध जानकारी व्रत त्योहार के साथ ही वर्षा की भविष्यवाणियां, सरकारी अवकाश, राशिफल, तैयार मूर्त मुहूर्त आदि का समावेश किया गया है।
इस मौके पर जगदीश जी महाराज ने अपने उद्बोधन में ब्रह्मांड की रचना में पंच तत्व प्रधान है और मानव उसी का एक अंग है उस मानव के लिए पंचांग इन पंच तत्वों से जुड़ कर कार्य करने की दिशा देने वाला एक मुख्य साधन बताया ।
पंचांग का बड़ा महत्व है पंचांग व ज्योतिष भारतीय ऋषियों की बड़ी देन है, ज्योतिष शोध का गणित और खगोल युक्त विषय है और उस विषय में शुभ वेला पंचांग महती भूमिका निभा रहा है ।
इस मौके पर जगदीश जी महाराज ने अपने उद्बोधन में ब्रह्मांड की रचना में पंच तत्व प्रधान है और मानव उसी का एक अंग है उस मानव के लिए पंचांग इन पंच तत्वों से जुड़ कर कार्य करने की दिशा देने वाला एक मुख्य साधन बताया ।
पंचांग का बड़ा महत्व है पंचांग व ज्योतिष भारतीय ऋषियों की बड़ी देन है, ज्योतिष शोध का गणित और खगोल युक्त विषय है और उस विषय में शुभ वेला पंचांग महती भूमिका निभा रहा है ।
अन्य अतिथियों में भूपेंद्र सोनी, दिलीप जोशी, बालकृष्ण पाठक, गणेश पाटीदार भेमई, नरेंद्र मेहता परतापुर, जयशंकर पंड्या, राजेंद्र उपाध्याय, भगवतीलाल पंचाल, गोविंद पाटीदार, हितेश पुरोहित,पंडित हरि भाई जोशी, अमरजी पाटीदार केशवलाल पंचाल आदि की उपस्थिति रही । संचालन अरुण जोशी ने किया, आभार भगवतीलाल पंचाल ने माना ।