पानीपत की पांचाल बेटी ने पहली ही कुश्ती चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, चारों ओर हो रही है प्रशंशा
कुश्ती कोच को दिया सफलता का श्रेय
कोमल ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय निजी कुश्ती कोच विनोद कुमार, पिता सतीश पांचाल और माता कुसुम देवी को दिया है। पट्टीकल्याण गांव के बाबा ज्ञानी राम अखाड़ा व बाबा मलखान खेल समिति के प्रधान मांगे राम चौककर ने कहा कि कोमल ने गांव और जिले का नाम रोशन कर दिया है।
कुश्ती कोच विनोद कुमार ने बताया कि कोमल नियमित अभ्यास करती हैं। प्रत्येक शॉट का 25 से अधिक बार अभ्यास करती है। जूनियर होते हुए भी वह सीनियर पहलवानों को मात दे रही हैं। कोमल की तकनीक में सुधार करने ले लिए उन्हें वरिष्ठ पहलवानों के वीडियो दिखाए जाते रहे हैं ताकि वे उन पहलवानों की कमजोरी और ताकत का अंदाजा लगा सके। कोमल पांचाल प्रतिदिन पांच से छह घंटे अभ्यास कर रही हैं।
कोमल की प्रेरणा से छोटी बहन भी जीत रही पदक (Madal)
प्रीति पांचाल ने बताया कि बड़ी बहन कोमल पांचाल उनकी आदर्श गुरु हैं। अपनी बड़ी बहन से प्रेरित होकर उन्होंने कुश्ती के गुर सीखे। उन्होंने खेलो इंडिया जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल भी जीता है। उनका लक्ष्य एशियाई खेलों और विश्व जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करनाहै।