लकड़ी मिस्त्री का बेटा बना न्यायिक पदाधिकारी
मंजिल उन्हीं को मिलती है,
जिनके सपनों में जान होती है।
पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है।।
गरीब परिवार के बेटे अमित कुमार Amit Kumar ने इन लाइनों को सच कर दिखाया है।
जिले के वंशी प्रखंड अंतर्गत शेरपुर गांव निवासी लकड़ी की कटाई-चिराई करने वाले सीताराम शर्मा मिस्त्री Sita Ram Sharma के पुत्र अमित कुमार का चयन बिहार न्यायिक सेवा के लिए हुआ है। अमित ने 31 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता में ये सफलता प्राप्त की है। बतादें कि अमित कुमार ने आठवीं तक अपने गांव में स्थित शेरपुर मध्य विद्यालय में पढ़ाई की। बाद में करपी उच्च विद्यालय से 2012 में मैट्रिक की परीक्षा पास की। फिर उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए दिल्ली चले गए। वहीं से उन्होंने स्नातक एवं लॉ की पढ़ाई की। घर की स्थिति को देखते हुए खुद भी लकड़ी का कार्य कर परिवार की आर्थिक मदद की। अमित कुमार शुरू से ही अपनी पढ़ाई लगन से करते आए हैं तो उन्होंने हालात के आगे घुटने टेकने के बजाय सेल्फ स्टडी के दम पर न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी जारी रखी।