नोहर के काष्ठ जादूगर ने उकेरी जोधपुर के जादूगर की स्मृति शेष-
नोहर तहसील में गाँव ढंढेला के विश्व रिकार्ड होल्डर, विश्वकर्मा रत्न (Vishwakarma ratna) डॉ त्रिलोक चन्द सुथार (माण्डण) dr. Trilok Chand surhar mandan ने मुख्यमंत्री हाउस में श्रीमान मुख्यमंत्री जी के पिता श्रीमान स्व०लक्षमण सिंह गहलोत जी की काष्ठ प्रतिमा बना कर राजस्थान (Rajasthan) के जननायक को भेंट की गई।
यह मूर्ति सागवान की लकड़ी से बनी है जिनकी लम्बाई30इंच व चो०24इंच है और इनमें किसी प्रकार का जोड़ नही है।यह मूर्ति स्टैंड व दीवारी रूप में उपयोग किया जा सकता है जो हर डिजाइन फोल्डिंग है ।इस मूर्ति बनाने में करीब 40दिन लगे हैं जो बहतरीन लँकार से सजाया गया है
।डॉ त्रिलोक का कहना है कि श्रीमान मुख्यमंत्री के साथ40 मिनिट की कला चर्चा हुई जीसमे श्रीमान मुख्यमंत्री साहब का आश्चर्यजनक प्रश्न एक ही था कि इस प्रतिमा के बारेमें विचार कैसे आया ?जननायक ने काष्ठकला की प्रशंसा करते हुए कहा कि काठ प्रतिमा भेंट करने वाले आप पहले आर्टिस्ट (Artists) है ।इस मौके पर जन अभाव अभियोग निराकरण समिती के अध्यक्ष श्रीमान पुखराम जी पारासर ने बताया कि काष्ठकला को बढ़ावा मिलेगा।नोहर पूर्व कृत्रि उपजमंडी चेयरमैन बलवीर जी सुथार ने काष्ठकला बोर्ड के गठन करने के लिए मुख्यमंत्री (cheef Minister. Ashok Gahlot साहब से मांग की गई।