डीसा शहर के पवन धारा में भगवान श्री विश्वकर्मा महापुराण कथा महोत्सव
श्रीविश्वकर्मा
मंदिर, डीसाके पटांगण में प्रथम बार श्रीविश्वकर्मा
महापुराण कथा का आरंभ दि. २६.०७.२०२३ परम श्रद्धेय कथावाचक श्री कर्णवभाई जोशी के
श्रीमुख से हुआ। और समापन दि. ०१.०८.२०२३ को किया गया। कथाकासमयदोपहर १२ बजे से
शाम ४ बजे तक रहा।
भव्य पोथियात्रा:
दिनांक २६.७.२३ को सुबह ९बजे महापुराण कथा के मुख्य यजमान श्री चंद्रवदन
लक्ष्मीचंद सुथार के निवास से शोभायात्रा रवाना होकर शहर के मुख्य मार्ग की
परिक्रमा कर भगवान श्री विश्वकर्मा मंदिर के पवित्र स्थान पर रुकी । इस जुलुस मे
१०८ कन्याओ ने अमृत कलश और सैकड़ों बहनों ने जवारा से सजाया था। पोथीजी को एक
विंटेज कार में और कथाव्यास श्री कर्णवभाई जोशी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को सजी
हुई घोड़ा बग्गी में ले जाया गया। हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़ पर हेली-ड्रोन
ने फूल बरसाए और गुलाब जल छिड़का। श्रीविश्वकर्मा समाज की धर्मपरायणता,
एकता एवं अनुशासन की रैली डीसाके
राजमार्ग पर निकली। इस अवसर पर श्री गोवाभाई रबारी (अध्यक्ष:मार्केट यार्ड),
श्री प्रकाश प्रकशभाई भरतिया(पूर्व
अध्यक्ष: दिसा नगर नगर निगम), श्री शशिकांत पंड्या (पूर्व विधायक),
श्री मगनलाल माली (पूर्व अध्यक्ष
हाउसिंग बोर्ड) उपस्थित थे और अन्य गणमान्य व्यक्ति जो पैदल जुलूस मेअंत तकसाथ रहे
.
डीसानगर के अनेक समुदायों ने जगह-जगह जुलूस का स्वागत किया। आखोल गांव के
ठाकोर समुदाय के ने सजे-धजे घोड़ों के साथ जुलुश में शामिल हुए । जय झूलेलाल सेवा
मंडली (सिंधी समाज, डीसा) द्वारा जलपान-शरबत सेवा की ।
अन्नदाताओं को धन्यवाद:
५०००से अधिक धार्मिक भक्तों को हर दोपहर और शाम को १०००से अधिक भक्तों कोरात्रि
भोजन परोसा जाता था और ५०,०००से अधिक धार्मिक भक्तों को सप्ताह के सातों दिन भोजन-प्रसाद,चाय और पानी का लुफ्त लिया । प्रसाद
दाताओं के साथ-साथ विश्वकर्मा महासंघ, डीसा के सभी सदस्यो ने खड़े-पैररसोई
विभाग में सेवा प्रदान कि।
हमारे सम्मानित अतिथि:
इस अवसर डीसानगर श्रेष्ठीओको हार्दिक बधाई, श्री प्रवीणभाई माली - विधायक,
श्री गोवाभाई रबारी - अध्यक्ष,
मार्केट यार्ड,
श्री शशिकांत पंड्या - पूर्व विधायक,
श्री केशाजी ठाकोर - विधायक,
श्री कीर्तिसिह वाघेला - जिला भाजपा
अध्यक्ष, श्री मावजीभाई देसाई - विधायक,
श्री प्रकाशभाई भरतिया- पूर्व अध्यक्ष,
डीसानगर पालिका,
श्री मगनलाल माली - पूर्व
अध्यक्षहाउसिंग बोर्ड, श्री भद्रेशभाई - डीसानगर निगम पार्षद और सभी
पदाधिकारी एवं भाजपा के नगरसेवक एवं सामाजिक एवं अग्रणी गणमान्य व्यक्तियों के हम
आभारी हैं।
कथा के दौरान:
पोथी यात्रा, कलश यात्रा, श्री गणेश वंदना,
श्री विश्वकर्मा महापुराण पोथीजी पूजन,
श्री शिव तांडव,
श्री विश्वकर्मा प्रगटय महोत्सव,
श्री चामुंडा माताजी महात्मय,
श्री रांदल माताजी प्रागटय महोत्सव,
श्री सूर्यनारायण - रांदल विवाह,
वास्तुदेव और इला प्रागट्य ,
औजार-हथियार पूजन आदि कार्यक्रम बड़े
हर्षोल्लास के साथ मनाये गये। श्री सूर्यनारायण - रांदल विवाह के लाभार्थी –मामापक्ष:रामसन
परिवार नेमामेरू, जान और वरपक्ष:रामपुरा परिवार और कन्यादान:दामा-देवसारी
परिवार ने अपना योगदान दिया ।
श्री विश्वकर्मा दादा की भूमिका मेश्री जयंतीभाई गज्जर,श्री शिवजी की भूमिका मेश्री सीतारामभाई
गज्जर, श्री भैरव की भूमिका मेशंकरलाल,रामपुरा-करजा और अन्य पात्रों मे वाली
समाज की बेटियों ने जो समा बांधा उन्हे बधाई।
श्री दिनेशभाई गज्जर - सुरेंद्र नगर और उनके सह-कलाकारों द्वारा प्रस्तुत
- श्री विश्वकर्मा की पुराण-कथापर आधारित समकालीन सामाजिक नाटक "सर्जनहार कास्वरूप"
की प्रस्तुति अविस्मरणीय रही।
बेमिसालसमाज सेवा:
सर्वश्री चंद्रवदनभाई मिस्त्री- डीसा, वधाजी-दांतीवाड़ा,
अजमलजी-महादेविया,
चमनलाल-महादेविया,
मफाजी रगनाथजी-शेरपुरा,
चमनलाल-कुपट,
मनुभाई-चंडीसर,
विजयभाई-डीसा,
देवजी-कटरवा,
नेमाजी-शेरपुरा ,
माफाजी गिरधरजी-शेरपुरा,
बाबूभाई-खेरोला,
परसोतमभाई-कंसारी,
विष्णुभाई-कापरा,
भूराजी-शेरपुरा,
सुखाजी-चित्रोडा,
भरतभाई-यावरपुरा,
खेमाभाई-भाभर,
मोतीजी-पालड़ी,
भोपाजी-मोढेरा,
प्रवीणभाई-दामा,
विनोदभाई-रामपुरा,
दिनेशभाइ-रामपुरा,
नारणभाई-कुपट,
मगनलाल-भीमग़ढ,
भरतभाई-वडिया,
केशाजी-भीलडी,
कर्णजी-शेरपुरा,
पोचालाल-कपारा,
खेताभाई-लवाना,
अमरजी-कापरा,
हाथीजी-धानेराऔर अन्य की सेवा
बेमिसालरही।
आखोल गांव के ठाकोर समाज और अन्य
समाजों की सेवा उल्लेखनीय थी।
श्री किशोरभाई, श्री गौतम भाई और श्री दयारामभाई विगेरे की युवा
टीम और एजुकेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री गणपतलाल और ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।
श्री विश्वकर्मा धर्म प्रचार प्रसार समिति, श्री भरत सुथार,
श्री प्रवीणभाई गज्जर,
श्री रमेशभाई वडगामा,
श्री कनुप्रसाद मिस्त्री,
श्री सीतारामभाई गज्जर,
श्री कमलेशभाई गज्जर,
श्री जयंतीभाई गज्जर,
श्री चिमनभाई सुथार,
श्री भरतभाई गज्जर,
श्री अश्विनभाई मेवाड़ा ने भी अद्भुत
कार्य और प्रदर्शन किया । इस अवसर पर श्रीविश्वकर्मा धर्म प्रचार प्रसार समिति ने
रु.५१००/- याउससे अधिक का दान देने वाले प्रत्येक दानदाता को
डाकोर के श्री विश्वकर्मादादा की तस्वीर देकर सम्मानित किया गया।
श्री नवनीतभाई (हकाभाई) सुथार और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती हंसाबेन, साणंद ने सभी दानदाताओं को प्रसाद
भेजकर इस अवसर को यादगार बना दिया।
सामाजिक सहयोगी :-
जागिड़ समाज एवं पंचाल समाज नेउपस्थित रहकर अपना योगदान दिया,
सखी मंडल की बहनों की सेवा सराहनीय रही,
समाज के शिक्षक मित्रों की जितनी भी
प्रशंसा की जाये कम है। उनका प्रदर्शन और सेवा अभूतपूर्व थी,
मंदिर के पुजारी श्री केशुराम व्यास की
सेवा भी याद रखी जायेगी।
सामाजिक एकता की मिसाल के तौर पर श्री विश्वकर्मा मंदिर,
डीसा प्रबंधन बोर्ड,
श्री डीसावल बढ़ई समाज,
श्री हिदवानी बढ़ई समाज,
श्री मालानी साइठमेवाड़ा बढ़ई समाज
जैसे डीसा शहर और आसपास के गांवों के सभी विश्वकर्मा वंशज उपस्थित रहे।
श्री विश्वकर्मा मंदिर ट्रस्ट, डाकोर के अध्यक्ष श्री निमेशभाई सुथार,
मंत्री श्री जयंतीभाई,संयुक्त मंत्री श्री विपुलभाई,
श्री हेमंतभाई,उपाध्यक्ष श्री रमनभाई पांचाल और ट्रस्टी
श्री भाईलालभाई पांचाल इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्रीविश्वकर्मा मंदिर,डीगुचा के अध्यक्ष एवं अन्य कार्यकर्ता
उपस्थित थे.
श्री विश्वकर्मा मंदिर, मेहसाणा एवं श्री पाटणवाड़ा गज्जर समाज
के अध्यक्ष श्री निरंजनभाई सुथार, मंत्री श्री बलदेवभाई सुथार,
श्री कनुभाई सुथार,
श्री रमेशभाई सुथार एवं अन्य
कार्यकर्ता उपस्थित थे।
श्री विश्वकर्मा मंदिर, उंटडिया और श्री देहगाम गज्जर समाज के
अध्यक्ष कनुभाई गज्जर और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्री विश्वकर्मा समाज, साणंद से श्री प्रकाशभाई लालभाई गज्जर,
श्रीमती निमाबेन गज्जर,
श्री कौशिकभाई गज्जर,
श्रीमती रशिलाबेन गज्जर,
श्री नटुभाई गज्जर,
श्री हकाभाई गज्जर,
श्रीमती हंसाबेन गज्जर,
श्री धर्मेंद्रभाई पांचाल और अन्य
गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
श्री बढ़ई समाज गुजरात, आनंद के अध्यक्ष श्री धीरूभाई गज्जर
साथियों सहित शामिल हुए।
श्री विश्वकर्मा सौराष्ट्र समाज के श्री घनश्यामभाई वनोदिया,
श्री तुलसीभाई सोनिगरा,
और भगवानदासभाई और कइ अन्य सामाजिक
नेता उपस्थित थे।
पालनपुर, कलोल, कड़ी, साणंद, अहमदाबाद,
वडोदरा, सुरेंद्रनगर,
पंथावाड़ा और साचोर से लेकर जोधपुर, राजस्थान तक कई मंदिर और समुदाय के
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई।
कथा मोहोत्सव के बारे में
महत्वपूर्ण बातें:
श्री विश्वकर्मा समाज मे यह धर्मकथाशायद पहली है जिसमें दान की कोई अपील
या अपील तक नहीं है, समाज के लोगों ने स्वयं दान किया और झोली भर दि।
आत्म अनुशासन और एकता का एक नेक उदाहरण देखने को मिला.
श्री विश्वकर्मा मंदिर, डीसा में गुजरात और राजस्थान या अन्य
स्थानों से आने वाले तीर्थयात्रियों और डीसा अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले
समुदाय के सदस्यों के लिए मुफ्त भोजन-प्रसाद की व्यवस्था है। जिसकी पूरी लागत
समुदाय के सदस्यों द्वारा धान-बाजरा के रूप में अपनी कृषि उपज दान करतेहै। इसबातकीकथाव्यास
श्री कर्णवभाई ने बहुत सराहना की और कहा कि इस बात का और अधिक प्रचार-प्रसार किया
जाना चाहिए ताकि इसका लाभ समाज के सभी लोगों तक पहुंचे और इससे अन्य सामाजिक संगठन भी
इस तरह की सेवा करने के लिए प्रेरित होंगे। मंच की ओर से अन्नक्षेत्र किइस अनूठी
गतिविधि के लिए हार्दिक धन्यवाद और आशीर्वाद।
इस महोत्सव में लिये गये
महत्वपूर्ण निर्णय एवं उपलब्धियाँ:
• समाज में सुथार - बढ़ई उपनाम का प्रयोग करें ताकि
सामाजिक और राजनीतिक ताकत का एहसास हो और समाज की एक पहचान बने
• श्रीविश्वकर्मा मंदिर,
डीसाका - श्रीविश्वकर्मा यात्राधाम के
रूप में विकास किया जाय ।
• सामाजिक एकता को संगठित करना और समाज
के राजनीतिक लाभ के लिए कार्य करना।
• सामाजिक उत्थान से सम्बंधित कार्य करना।
• स्वास्थ्य हेतु डीसा आने वाले समुदाय
के सदस्यों के लिए नि;शुल्कभोजन-प्रसाद व्यवस्था जारी रखना।
• शैक्षणिक –
(Education) को प्राथमिकता देना और उससे सम्बंधित
कार्य करना।
समापन :
महोत्सव के समापन समारोह में पूरा
माहौल भक्तिमय हो गया।
डीसानगर की पावनधरा में आयोजित
भगवान श्री विश्वकर्मा महापुराण कथा महोत्सव के स्वप्नद्रस्टा एवम मुख्य आयोजक श्री
चंद्रवदन लक्ष्मीचंद सुथार (मिस्त्री) के प्रति समस्त समाज एवं गणमान्य लोगों ने
अपनी आस्था व्यक्त की।
आभार एवम क्षमा याचन :
श्री चंद्रवदनभाई : भगवान श्री विश्वकर्मा महापुराण कथा महोत्सव की
अभूतपूर्व सफलता के लिए श्रद्धालु श्रोताओं,दानदाताओं,
विशिष्ट अतिथियों,
समाज के गणमान्य व्यक्तियों और
कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
व्यवस्था, आयोजन एवं महेमान नवाजी – मनवार मे कोई क्षति रही
तो दिलसे क्षमा याचना कराते है ।
जय विश्वकर्मा
llૐ विश्वकर्मन् नम: ॐll
रिपोर्ट प्रस्तुति:
भरतसुथार
उंझा-अहमदाबाद
8200841536,
9825070867
westernconfab@gmailcom
टिप्पणी:
संपूर्ण कार्यक्रम की वीडियो-फोटोग्राफी हर्षित फोटो,
श्री निपम गज्जर,
अहमदाबाद द्वारा की गई।
आज के डिजिटल युग में पूरे कार्यक्रम को सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव
प्रसारित किया गया,ताकि दूर-दराज के धर्म प्रेमियों और कथा महोत्सव के
बाद भी उपलब्ध रहे।