प्रमुख समाजसेवी "धीमान शिरोमणि", "धीमान रत्न", "धीमान विभूषण" "धीमान खेल रत्न" उपाधि से अलंकृत
वैदिक विद्वान आचार्य श्री विष्णु मित्र विद्यार्थी जी बिजनोर "धीमान विभूषण" उपाधि से अलंकृत
ततपश्चात महासभा गीत का गायन किया गया।
गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी "भारतीय धीमान ब्राह्मण महासभा" और विश्वकर्मा वैदिक पत्रिका द्वारा अलंकृत करने वालो में "धीमान रत्न" से अलंकृत करने वालों में वैद्य श्री रमेश चंद्र शास्त्री जी बिजनौर( आयुर्वेदाचार्य, शिक्षाविद, लेखक, समाजसेवी) को अलंकृत किया गया। गुजरात से आए महान विभूति और समाजसेवी वन्दनीय श्री चंद्र बदन मिस्त्री जी (अध्यक्ष के रूप में श्री विश्वकर्मा मन्दिर को स्वर्ण कवच में प्रतिस्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका) को "धीमान शिरोमणि" उपाधि से अलंकृत किया गया "धीमान विभूषण" उपाधि से वैदिक विद्वान आचार्य श्री विष्णु मित्र विद्यार्थी बिजनोर, शिक्षाविद/साहित्यकार श्री बाबूराम विभाकर जी गाजियाबाद, समाजसेवी शिक्षाविद डॉ एम सी धीमान सहारनपुर, तथा अंतराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्डमेडल जीतने वाली बेटी भावना धीमान को धीमान खेल रत्न की उपाधि से विभूषित किया गया।
सम्मान प्राप्त करने वाले और आयोजकों सभी को हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंसमाज के ज्ञानवृद्ध विद्वानों और प्रतिभाओ का सम्मान करना समाज संस्थाओं का नैतिक दायित्व है धिमान महासभा इस दायित्व का बखूबी निर्वहन कर रही है। एतदर्थ महासभा कार्यकारिणी का सादर साधुवाद एवं आभार सभी सम्मान प्राप्त करने वालों को हार्दिक बधाई आपके इस प्रयास से समाज में अध्यात्मिक क्रान्ति का उदय होगा जी।
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