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सामाजिक विकास की दिशा तय करेंगे विश्वकर्मा सम्माज के साहित्यकार
लखनऊ। वह दिन दूर नहीं जब विश्वकर्मा वंशीय समाज के साहित्यकार सामाजिक विकास की दिशा में अपनी महती भूमिका निभाएंगे। अभी तक सिर्फ अपनी रचनाओं और पुस्तकों को सम्मान दिलाने के लिये प्रयासरत रहने वाले साहित्यकार अब समाज की दिशा तय करने के लिये कदम से कदम मिलाकर चलेंगे और रचनाएं भी प्रस्तुत करेंगे। साहित्यिक अभिरुचि वाले सामाजिक लोगों का एक ऐसा मंच तैयार किया जा रहा है जिसकी शुरुआत लखनऊ से हो गई।
इसी कदम को आगे बढ़ाते हुये विश्वकर्मा पांचाल ब्राह्मण सभा लखनऊ के तत्वावधान में “प्रांतीय विश्वकर्मा साहित्यकार समागम-2023” का आयोजन प्रेमचंद सभागार, हिंदी संस्थान, हजरतगंज, लखनऊ में किया गया। समागम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में न्यू स्टैंडर्ड ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन, रायबरेली के संस्थापक प्रबंधक डॉ0 शशिकांत शर्मा उपस्थित रहे। समागम कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वकर्मा पांचाल ब्राह्मण सभा लखनऊ के अध्यक्ष अखिलेश मोहन ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्योगपति होरीलाल शर्मा, भारतीय युवा क्रान्ति पार्टी के अध्यक्ष के0एल0 शर्मा तथा सारस्वत अतिथि श्री विश्वधारण समर्श सद्गुरु महराज उज्जैन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती व भगवान विश्वकर्मा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व माल्यार्पण कर किया गया। सरस्वती वंदना डॉ0 प्रवीण विश्वकर्मा ने तथा विश्वकर्मा आरती धनपत प्रसाद विश्वकर्मा ने प्रस्तुत किया। तत्पश्चात आयोजन समिति द्वारा सभी अतिथियों का सम्मान किया गया। अतिथियों द्वारा साहित्यकार धनपत प्रसाद विश्वकर्मा की लिखित पुस्तक “विश्वकर्मा साहित्यकार, जीवनवृत्त एवं श्रेष्ठ रचनाएं” का विमोचन किया गया। साथ ही नरेश पांचाल शाहजहांपुर द्वारा प्रकाशित व सम्पादित पत्रिका “विश्वकर्मा एकीकरण अभियान” का भी विमोचन किया गया। कई अन्य साहित्यकारों की पुस्तक का भी विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
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इस अवसर राधेश्याम विश्वकर्मा आईपीएस, वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप विश्वकर्मा, योगेन्द्र विश्वकर्मा, सुभाष विश्वकर्मा, दीपक कुमार स्वर्णकार, दिनेश वत्स, डॉ0 प्रवीण विश्वकर्मा वैज्ञानिक, डॉ0 अनिल कुमार विश्वकर्मा, सीमा शर्मा, रमेश चंद्र विश्वकर्मा निजी सचिव, अरुण विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, सुशील शर्मा, सुरेश चंद्र विश्वकर्मा, डॉ0 राजेश विश्वकर्मा अधिवक्ता, श्याम बाबू विश्वकर्मा समीक्षा अधिकारी, इं0 शिवेन्द्र शर्मा, वीरेन्द्र विश्वकर्मा, शेषनाथ शर्मा, विनोद कुमार शर्मा, हरिश्चंद्र विश्वकर्मा के अलावा विश्वकर्मा पांचाल ब्राह्मण सभा के पदाधिकारीगण, ककुहास पांचाल ब्राह्मण सभा के पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार, कवि, अधिकारीगण, समाजसेवी उपस्थित रहे।
आयोजन समिति द्वारा उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी पधारे साहित्यकारों एवं कवियों का सम्मान मोमेंटो, माला व अंगवस्त्र प्रदान कर किया गया। वक्ताओं ने अपने विचार रखे तो साहित्यकारों और कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि अब साहित्यिक सम्मेलनों और साहित्यकारों की रचनाओं के माध्यम से विश्वकर्मा समाज में जागरूकता अभियान चलाया जायेग़ा और समाज के सामाजिक, शैक्षिक व राजनीतिक विकास की दिशा को गति प्रदान की जायेगी। लोगों ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन व प्रयास के लिये धनपत प्रसाद विश्वकर्मा को बधाई व धन्यवाद दिया।