अपने अधिकार के लिये पटना में जुटा बढ़ई समाज, रैली कर दिखाई ताकत
पटना (अमरनाथ शर्मा)। चुनावी वर्ष 2024 में जातीय रैली का आगाज बढ़ई अधिकार रैली ने शंखनाद कर शुरू कर दी है। 29 जनवरी को पटना मिलर हाई स्कूल मैदान में बढ़ई जाति की महती सभा हुई। लाखों की संख्या में बिहार के तमाम जिलों से आए हुजूम की एक ही मांग थी जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी। ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने हाल ही में जातीय जनगणना कराई है जिसके अनुसार बढ़ई जाति की आबादी 40 लाख बताई गई है।
करीब डेढ़ प्रतिशत की आबादी वाले बढ़ई जाति की विधानमंडल में या लोकसभा, राज्यसभा में प्रतिनिधित्व शून्य है। रैली को संबोधित करते हुए अधिकांश नेताओं ने अपने अधिकार के लिए एकजुट होकर वोट के अधिकार का उपयोग करने का आह्वान किया। इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि अब तक हम सिर्फ एक वोटर बनकर रह गए हैं तथा राजनीति में हमारी उपेक्षा की जाती रही है। हम समाज की सुख सुविधा के लिए मेहनत कर अपनी आजीविका में लगे रहे हैं। अब हमें राजनीति में भी प्रतिनिधित्व चाहिए, ताकि सामाजिक समस्याओं को उजागर कर समाधान किया जा सके।
इस अवसर पर जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि से अलंकृत किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। राज्य सरकार द्वारा जातीय जनगणना कराए जाने की प्रशंसा की गई। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर इसे करने की मांग की गई। बढ़ई समन्वय समिति के संरक्षक रामभरोस शर्मा ने अपना पारम्परिक औजार लेकर चलने पर लगे प्रतिबंध को हटाने, वन विभाग द्वारा कठोर कानून से बढ़ई समाज को राहत देने, सरकारी विभागों में बढ़ई द्वारा निर्मित उपस्करो का क्रय उचित मूल्य पर करने, बढ़ई को अनुसूचित जाति में शामिल करने तथा संख्या के अनुरूप राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग रखी।
बढ़ई समाज की नेत्री संगीता ठाकुर ने शोषित, पीड़ित, प्रतारित बढ़ई समाज का आह्वान करते हुए कहा कि हम पैदाइशी शिल्पकार हैं अपने को कमजोर ना समझे। समन्वय समिति के नेता एवं राजद के प्रांतीय सचिव मदन शर्मा ने समानता के अधिकार दिलाने की दिशा में जननायक कर्पूरी ठाकुर की भूमिका की चर्चा की। उत्तर प्रदेश से पधारे महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्राम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 20 लाख की आबादी वाले राज्य में प्रतिनिधि शून्य होना अपने आप में धोखा है।
मुख्य अतिथि गौतम सागर राणा ने केरल के तर्ज पर यहां भी शिल्प विकास निगम एवं आर्टिजन डेवलपमेंट बोर्ड बनाए जाने की मांग सरकार से की। सभा को मुख्य रूप से शिवपूजन ठाकुर, सुनीता शर्मा, अनिल शर्मा, विनय मिस्त्री, पिंटू शर्मा, विभीषण शर्मा, मुन्ना शर्मा, निशांत शर्मा, सौरभ शर्मा ने संबोधित किया। मंच का संचालन डॉक्टर हेमनारायण विश्वकर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन शैलेंद्र शर्मा कौशिक ने किया।