अंतर्राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में भुलक्कड़ ने किया हरिद्वार का नाम रोशन
नेपाल में मिला महिला शक्ति काव्य रत्न सम्मान बनाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कवियों में पहचान
विश्व की सबसे बड़ी साहित्यिक परिचय डायरेक्टरी में जीवन परिचय किया जाएगा प्रकाशित
नेपाल की विख्यात अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता 2024 में नेपाल और तंजानिया यू एस सहित भारत के 20 राज्यों से 625 महिला पुरुष रचनाकारों ने नारी के विषय में अपनी कविता के माध्यम से 2 महीने पूर्व प्रारंभ हुई इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था जिसमें उत्कृष्ट 100 साहित्यकारों का चयन होना था जिसमें पथरी थाना क्षेत्र के गांव नसीरपुर कला हरिद्वार निवासी पंडित पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ द्वारा नारी पर लिखा गया गीत ..युगो युगो से नारी ,रही पुरुषों पर भारी ,दुनिया में हम ना होते ,जो ना होती महतारी, की प्रशंसा करते हुए संस्था के अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु ने बताया कि भुलक्कड़ ने मातृभाषा कविता प्रतियोगिता में भी सो साहित्यकारो की बनाई गई सूची में टॉप 10 में स्थान बनाया था उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय काव्य महोत्सव में हास्य और गजलों से मंच की शान बढ़ाने वाले पंडित पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ की रचनाएं यथार्थ और प्रेरणादायक होती हैं हरिद्वार से भुलक्कड़ के अलावा उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले से पंकज बिंदास और नैनीताल से डॉक्टर शशी जोशी को भी महिला शक्ति काव्य रतन की उपाधि से सम्मानित किया गया है उन्होंने बताया उत्कृष्ट सभी रचनाकारों का जीवन परिचय विश्व की सबसे बड़ी साहित्यिक परिचय डायरेक्टरी में प्रकाशित किया जाएगा इसके अलावा अगले वर्ष नेपाल में आयोजित होने वाले गौरवशाली सम्मान समारोह में आमंत्रित किया जाएगा
भारत के कई राज्यों की साहित्यिक संस्थाएं कर चुकी भुलक्कड़ को सम्मानित
कहते हैं की प्रतिभा किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती पंडित पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ भले ही आर्थिक रूप से कमजोर हो लेकिन वह विभिन्न प्रतिभाओं के धनी है भुलक्कड़ साहित्य के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पत्रकारिता एवं समाज सेवा के क्षेत्र में भी अपनी खासी पहचान रखते हैं साहित्य के क्षेत्र में उनकी साहित्यिक सेवाओं को देखते हुए भारत के कई राज्यों की विभिन्न साहित्यिक संस्थाएं एवं अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक संस्थाएं उन्हें सम्मानित कर चुकी है पत्रकारिता के क्षेत्र में भी विश्वकर्मा सभा भेल एवं ग्रामीण कल्याणकारी समिति हरिद्वार द्वारा भी सम्मानित किया गया सामाजिक संगठनों में भी पुष्पराज धीमान जिले एवं प्रदेश के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर रहे हैं अपना पैत्रक व्यवसाय कार्पेंट्री करने वाले पुष्पराज धीमान कहते हैं कि उनकी सीमित आय होने की वजह से उनकी पुस्तकों का प्रकाशन नहीं हो पाया है इतनी बात जरूर है कि उनकी रचनाएं विभिन्न समाचार पत्र पत्रिकाओं और अन्य कवियों के साझासंकलन मे जीवन परिचय सहित जरूर प्रकाशित होती रहती हैं